भारत का पूरा राष्ट्रगान - अर्थ सहित भारत का राष्ट्रगान "जन गण मन" रवींद्रनाथ ठाकुर ने लिखा था। इस गान का संगीत भी रवींद्रनाथ ठाकुर द्वारा ही संकलित किया गया था। राष्ट्रगान के नियम राष्ट्रगान को सम्मानपूर्वक गाया जाना चाहिए। इसका पूरा पाठ 52 सेकंड में किया जाना चाहिए। यह गान खड़े होकर सुनना और गाना अनिवार्य है, खासकर सार्वजनिक और आधिकारिक आयोजनों में। पूरे राष्ट्रगान की अर्थ सहित व्याख्या जन गण मन अधिनायक जय हे "जन गण मन" यानी जनता, अधिनायक यानी रक्षक या मार्गदर्शक, जय हे यानी जय हो। इसका मतलब है, 'जनता के मन के हिसाब से अधिनायक की जय हो', यानी भारत के रक्षक और मार्गदर्शक की जय हो। भारत भाग्य विधाता 'भारत' यानी भारत, 'भाग्य विधाता' यानी भाग्य का निर्माता। इसका मतलब है, 'भारत के भाग्य के निर्माता'। पंजाब सिंधु गुजरात मराठा 'पंजाब', 'सिंधु', 'गुजरात', और 'मराठा' भारतीय क्षेत्रों के नाम हैं। यहाँ यह दर्शाया गया है कि भारत के विविध क्षेत्रों को एक साथ जोड़ा गया है। द्राविड़ उत्कल बंग 'द्राविड़' यानी
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